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Monday, June 8, 2015

राखी बिड़लान : बड़ी नाइंसाफी है






बीजेपी कतई राखी बिड़लान के पीछे पड़ गई लगती है, करना धरना कुछ नहीं खामखां दूसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाना। कहते हैं सोलर स्ट्रीट लाइट और सीसीटीवी कैमरे महंगे लगाए हैं। जितने के होने चाहिए उससे ज्यादा का रेट बताया है। सैकड़ों-हजारों में नहीं लाखों-करोड़ों में कमाया है।

हद है जनाब, आप जब घर में नौकर से सामान मंगाते हैं तो क्या वो सही रेट बताता है। आलू लाएगा 8 रुपए किलो बताएगा 10 रुपए किलो। अहसान जताएगा अलग, कि साहब बड़ी धूप में गए थे आलू लेने...ताकि आपको दया आ जाए और आप 5 रुपए अपनी जेब से दे दें। भाई सेवा का मेवा तो मिलना ही चाहिए ना। अब इसे क्या आप भ्रष्टाचार कहेंगे ?

नौकर तो फिर भी आलू खुद छांटता है, खराब निकले तो मालिक गरियाएगा। पर दिल्ली में लगे सीसीटीवी कैमरे राखी बिड़लान ने खुद थोड़े ही छांटे थे...किसी को भेजा ही होगा। आरोप तो उनके नौकर पर लगना चाहिए। इनोसेंट मैडम को जो रसीद पकड़ा दी, मैडम ने आगे बढ़ा दी। आखिरकार दुनिया की सबसे इनोसेंट पार्टी से ताल्लुक जो रखती हैं।

हालांकि अरविंद केजरीवाल ने राखी का बचाव किया है। भ्रष्टाचार...छीछीछी...। केजरीवाल ने कहा है कि सामान की कीमत उसकी अहमियत से आंकनी चाहिए ना कि कॉस्ट से। बल्कि बहू-बेटियों की रक्षा के लिए लगाए जाने वाले कैमरे की तो कीमत आंकना ही गलत है। ये तो बहुमूल्य हैं। हमने तो फिर भी चंद लाख में लगा दिए कांग्रेस का राज होता तो ऐसी बेशकीमती और नायाब चीज लग ही नहीं पाती।

उड़ती उड़ती खबर ये भी है कि राखी सावंत ने अपने वकील को बुलाया है। राखी का कहना है कि उनके नाम का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। जब भी आप को सुर्खियां बटोरनी होती है राखी बिड़लान को आगे कर दिया जाता है। उन्हे डर है जीवन भर की मेहनत के बाद कमाया नाम, मेरा मतलब 'ड्रामा क्वीन' का खिताब राखी बिड़लान को ना दे दिया जाए।


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